अगर कारण ही बनना है तो रिश्तों को जोड़ने का कारण बनो, तोड़ने का नहीं। अगर कारण ही बनना है तो रिश्तों को जोड़ने का कारण बनो, तोड़ने का नहीं।
और मुझे ये खुशी है कि मैंने अपनी "जिम्मेदारी" अपने आप से ली है। और मुझे ये खुशी है कि मैंने अपनी "जिम्मेदारी" अपने आप से ली है।
दिल संभल जा जरा फिर मोहब्बत करने चला है तू। दिल संभल जा जरा फिर मोहब्बत करने चला है तू।
मेरी पहली रचना, 'माँ' एक ऐसी कविता थी जिसकी आज भी मेरे दिल में एक ख़ास जगह है।वैसे तो म मेरी पहली रचना, 'माँ' एक ऐसी कविता थी जिसकी आज भी मेरे दिल में एक ख़ास जगह है।वै...